सिंहस्थ 2028 को लेकर तैयारी तेज: प्राक्कलन समिति ने उज्जैन में चल रहे विकास कार्यों का लिया जायजा, समयसीमा और गुणवत्ता पर समिति का जोर; अधिकारियों को मिले सख्त निर्देश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने मंगलवार को उज्जैन प्रवास के दौरान जिला पंचायत सभागृह में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति अजय विश्नोई ने की।

बैठक में मौजूद रहे वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और अधिकारी

समीक्षा बैठक में समिति सदस्य आशीष गोविंद शर्मा, डॉ. चिंतामणि मालवीय, सोहनलाल वाल्मीक, दिनेश जैन बोस और देवेंद्र रामनारायण सखबार मौजूद रहे। वहीं उज्जैन के स्थानीय जनप्रतिनिधियों में महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में संभागायुक्त रत्नाकर झा, उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह, अन्य जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

औद्योगिकीकरण और कौशल विकास पर जोर

बैठक में समिति के सभापति अजय विश्नोई ने औद्योगिकीकरण पर विशेष चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि स्थानीय उद्योगों की जरूरत के अनुसार ITI और अन्य कौशल विकास संस्थानों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएं, ताकि युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। ऊर्जा विभाग की प्रस्तुति में बताया गया कि पिछले दस वर्षों में उद्योगों की बिजली खपत दोगुनी हो गई है। इससे क्षेत्र में तेजी से औद्योगिक विकास का अंदाजा लगाया जा सकता है।

बिजली और ट्रांसफार्मर की समस्या पर निर्देश

समीक्षा बैठक के दौरान समिति सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द बदलने और रबी सीजन से पहले पर्याप्त क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिए। साथ ही, पुराने तारों को बदलने के दौरान गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। ऊर्जा विभाग को सोलर पंप और प्रधानमंत्री “सूर्य हर घर बिजली योजना” के व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी बल दिया गया।

प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा

बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के कार्यों पर संतोष व्यक्त किया गया। वहीं शहरी क्षेत्र में 94 प्रतिशत कार्य पूरे हो चुके हैं। समिति ने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 शहरी के बेहतर क्रियान्वयन के लिए राजस्व विभाग और अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाया जाए।

विकास कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण हों

प्राक्कलन समिति ने जोर दिया कि विकास कार्य तय समय सीमा में पूरे किए जाएं और गुणवत्ता पर कोई समझौता न हो। जिन जिलों में कार्य की गति धीमी है, वहां तेजी लाने के निर्देश दिए गए। वहीं जहां काम पूरे हो चुके हैं, वहां जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक कर समीक्षा की जाएगी।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और वीर भारत संग्रहालय का निरीक्षण

बैठक के बाद समिति सदस्यों ने उज्जैन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रगतिरत निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान वीर भारत संग्रहालय का दौरा भी किया गया और संग्रहालय से संबंधित वीडियो प्रजेंटेशन देखा गया।

निरीक्षण में अजय विश्नोई, ओमप्रकाश ध्रुवे, चिंतामणि मालवीय, सोहनलाल वाल्मीक, दिनेश जैन बोस, देवेंद्र रामनारायण सखबार, नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा और स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा उपस्थित रहे।

सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखकर विकास कार्य

आगामी सिंहस्थ 2028 को देखते हुए उज्जैन शहर में जल आपूर्ति, सड़क और अन्य अधोसंरचना परियोजनाओं की विशेष समीक्षा की गई। समिति ने निर्देश दिया कि सभी कार्य समय पर पूरे किए जाएं और सिंहस्थ जैसे बड़े आयोजन के दौरान कोई समस्या न रहे।

महिदपुर नगर पालिका का मामला

बैठक में महिदपुर नगर पालिका द्वारा नगर सीमा के बाहर लगभग 53 लाख रुपये खर्च करने को अनुचित माना गया। इस पर समिति के सभापति ने जिला प्रशासन से एक सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।

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